Tuesday, 1 November 2016

तुम्हारीं लिए आंतुलिया

तुम्हारीं लिए आंतुलिया 
मेरी साडी दुआओ खुलिया 
सिर्फ तुम्हारैं खुयासें मेरी जिया जो खुआब बरी पयार साइन मिला 
प्रिय मेरी प्रिय , तुम बिन जाये ना जिया 
प्रिया मेरी प्रिया कुछ कुछ खोया कवी कवी मिला प्रिया मेरी प्रिया 
तुम्हारीं लिए आंतुलिया 

पीआर कवी मरती नहि पीर कवी झुकतीं नही 
श्याम अधूरा पीआर बिना , राधां जो ईस पीआर को चाहें दुबारा 
लेकिन उसीको व् ईस पीआर को फिर नही मिला 
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