साम कुछ बदल गिया
इस जहा मैं तुम लागे पियारा
ओ ईर्या ओ ईर्या
रंगों सैं रंग मिलया ,गहरी दिन बने दीवाना
लगे खुद को खुद इ जहा
साम कुछ बदल गिया
तुमारा खत तुमारा बात
नस नस मैं चाँदनी सैं उज्जाला
इ रात न रहैं बे जुबा जब तुम होगी जीत मेरा मेरी पियारी सुवा
इस जहा मैं तुम लागे पियारा
ओ ईर्या ओ ईर्या
रंगों सैं रंग मिलया ,गहरी दिन बने दीवाना
लगे खुद को खुद इ जहा
साम कुछ बदल गिया
तुमारा खत तुमारा बात
नस नस मैं चाँदनी सैं उज्जाला
इ रात न रहैं बे जुबा जब तुम होगी जीत मेरा मेरी पियारी सुवा
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