पायर से देखो
तुम हो जान
जो नज़र आये
हम कवी न बदल जाये
याद तुमहिं न आये
खोया खोया चाँद मगर
कवी आधार न हो जाये
जब तुमहिं पायर से गाए
ओ चाँद फिर आजाये
रुकी रुकी ओ बारिश मगर
कवी कवी ओ झूमे
जो तुमहिं पायर से नाचे
ओ बारिश फिर से झुमैं
पायर से देखो
तुम हो जान
जो नज़र आये
हम कवी न बदल जाये
याद तुमहिं न आये
सब आये एकदिन मगर तुम नहीं आये
ओ हो तुम जो
निकल नहीं जाये
फिर क्यू दिल तुम्हें धुने
इ दिल बेचारा
नहीं जाने।
तुम हो जान
जो नज़र आये
हम कवी न बदल जाये
याद तुमहिं न आये
खोया खोया चाँद मगर
कवी आधार न हो जाये
जब तुमहिं पायर से गाए
ओ चाँद फिर आजाये
रुकी रुकी ओ बारिश मगर
कवी कवी ओ झूमे
जो तुमहिं पायर से नाचे
ओ बारिश फिर से झुमैं
पायर से देखो
तुम हो जान
जो नज़र आये
हम कवी न बदल जाये
याद तुमहिं न आये
सब आये एकदिन मगर तुम नहीं आये
ओ हो तुम जो
निकल नहीं जाये
फिर क्यू दिल तुम्हें धुने
इ दिल बेचारा
नहीं जाने।
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